
जालंधर 21 सितंबर (धर्मेन्द्र सौंधी) : नगर निगम जालंधर के बस्तियां क्षेत्र स्थित मास्टर गुरबंता सिंह मार्ग पर 97 लाख की लागत से बनी सड़क महज़ तीन महीने में ही उखड़ गई। इसके चलते भ्रष्टाचार के आरोप तेज़ हो गए हैं। इस काम को अग्रवाल नामक ठेकेदार ने करवाया था।
भाजपा के नेता प्रदीप खुल्लर ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि सड़क का निर्माण मानकों को दरकिनार कर किया गया है। आरोप है कि ठेकेदार ने चिकनी मिट्टी के ऊपर ही सड़क बिछा दी।
खुल्लर ने बताया कि पार्टी की वेस्ट जालंधर टीम ने 24 घंटे पहले सोशल मीडिया पर चेतावनी दी थी कि यदि कार्रवाई न हुई तो नगर निगम दफ़्तर के बाहर धरना दिया जाएगा और मेयर वनित धीर को मांग पत्र सौंपा जाएगा। लेकिन धरने के दिन मेयर का दफ्तर बंद मिला और बताया गया कि उन्होंने ताला लगवा कर खुद को वहां से गायब कर लिया। इस पर बीजेपी नेताओं ने कहा कि “मेयर अपनी काली करतूतों से भाग रहे हैं और यह पूरा मामला आम आदमी पार्टी के ठेकेदार को बचाने की कवायद लगा रहा है।”इस विवाद से क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है और जनता के टैक्स के पैसों की बर्बादी को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं।