HMV की डॉ. अंजना भाटिया को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया

जालंधर 05 सितंबर (धर्मेन्द्र सौंधी) : हंस राज महिला महाविद्यालय, जालंधर में एसोसिएट प्रोफेसर और पीजी वनस्पति विज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ. अंजना भाटिया को 5 सितंबर 2025, शिक्षक दिवस पर विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों और वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में प्रदान किया।इससे पहले, 4 सितंबर को, पुरस्कार विजेताओं को माननीय प्रधानमंत्री आवास, 7, लोक कल्याण मार्ग पर एक संवाद सत्र के लिए आमंत्रित किया गया था। प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से शिक्षकों को बधाई दी और कहा: “शिक्षक राष्ट्र निर्माता हैं। जिज्ञासा, नवाचार और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देकर, आप भारत के भविष्य को आकार दे रहे हैं।”
इस सत्र में वरिष्ठ मंत्रियों – श्री धर्मेन्द्र प्रधान, केंद्रीय शिक्षा मंत्री, श्री जयंत चौधरी, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री, श्री सुकांत मजूमदार, शिक्षा राज्य मंत्री – ने भी भाग लिया। डॉ. भाटिया ने इस सत्र को “अत्यंत प्रेरणादायक और शिक्षण में नवाचार और सहभागिता के महत्व को सुदृढ़ करने वाला” बताया।
डॉ. भाटिया को मिला यह पुरस्कार उनके खेल-आधारित और प्रकृति-शिविर-आधारित शिक्षण दृष्टिकोण को दर्शाता है, जो गहन, छात्र-केंद्रित शिक्षण अनुभवों का निर्माण करता है। उनके अन्य योगदानों में शामिल हैं – एचएमवी में डीबीटी समन्वयक और डीएसटी क्यूरी समन्वयक के रूप में कार्य करना, राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से परियोजनाओं का नेतृत्व करना, एएनआरएफ द्वारा वित्त पोषित टीएआरई अनुसंधान परियोजना के माध्यम से अनुसंधान करना, अनुसंधान, कौशल-निर्माण और सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रमों में छात्रों का मार्गदर्शन करना, यह सुनिश्चित करना कि शिक्षा सामाजिक प्रभाव में परिवर्तित हो।
उत्साहित प्राचार्य डॉ. अजय सरीन ने बताया कि देश भर के उच्च शिक्षण संस्थानों से कुल 21 शिक्षकों का चयन एक कठोर प्रक्रिया के माध्यम से किया गया, जिसमें शिक्षा मंत्रालय द्वारा नियुक्त निर्णायक मंडल द्वारा साक्षात्कार भी शामिल थे। डॉ. भाटिया यह प्रतिष्ठित सम्मान पाने वाले पंजाब के एकमात्र शिक्षक हैं और डीएवीसीएमसी और जीएनडीयू से जुड़े सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में यह सम्मान पाने वाले पहले शिक्षक हैं।
डॉ. भाटिया ने हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मैं सबसे पहले अपने प्रधानाचार्य डॉ. अजय सरीन को उनके निरंतर सहयोग के लिए धन्यवाद देती हूँ। मैं इस सम्मान को अपने माता-पिता, शिक्षकों, परिवार और पूरे एचएमवी परिवार, खासकर अपने छात्रों के साथ साझा करती हूँ, जिनका उत्साह और जिज्ञासा मुझे निरंतर प्रेरित करती है।” उन्होंने डीएवीसीएमसी की अध्यक्ष डॉ. पूनम सूरी, स्थानीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष और डीएवीसीएमसी के उपाध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एन.के. सूद, डीएवीसीएमसी के उच्च शिक्षा निदेशक श्री शिव रमन गौड़ और डीएवीसीएमसी के मार्गदर्शकों को उनके मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया। प्रधानाचार्य डॉ. सरीन, शिक्षकों और छात्रों ने इस सम्मान को एक ऐतिहासिक उपलब्धि और संस्थान के लिए गौरव का क्षण बताया।