
अमृतसर/जंडियाला गुरु, 23 जुलाई (कवलजीत सिंह) : आज अजनाला हलके के नगर गग्गोमहल स्थित गुरुद्वारा अमर शहीद बाबा जीवन सिंह जी (भाई जैता जी) के पावन जन्म स्थान पर नतमस्तक होकर ‘सर्वजन हिताय’ के लिए अरदास करने हेतु पंजाब सरकार के लोक निर्माण व बिजली मंत्री श्री हरभजन सिंह ईटीओ अपनी धर्मपत्नी सुहिंदर कौर, विधायक श्री कुलदीप सिंह धालीवाल, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सक्रिय स्वयंसेवकों के साथ पहुंचे। गुरुद्वारा प्रबंधन द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर हलका विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने गुरुद्वारा साहिब की इमारतों के सौंदर्यीकरण और ऐतिहासिक नगर गग्गोमहल के बहुआयामी विकास हेतु 25 करोड़ रुपये की परियोजना योजना मंत्री ईटीओ के समक्ष प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि दिल्ली के चांदनी चौक से श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के बलिदान के बाद उनका शीश लेकर श्री आनंदपुर साहिब पहुंचने वाले महान योद्धा बाबा जीवन सिंह जी (भाई जैता जी) के जन्म स्थान के विकास को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने विशेष रुचि नहीं दिखाई, जबकि बाबा हरभजन सिंह भलवान जी ने संगतों के सहयोग से इस गुरुद्वारा की सुंदर इमारतों का निर्माण कारसेवा के माध्यम से करवाया है। धालीवाल ने व्यक्तिगत रूप से बाबा भलवान जी की सेवाओं को सलाम किया। लोक निर्माण मंत्री श्री हरभजन सिंह ईटीओ ने इस 25 करोड़ रुपये की परियोजना को स्वीकृति देकर इसे धरातल पर उतारने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना के तहत गुरुद्वारा साहिब की इमारतों का तकनीकी दृष्टि से विशेषज्ञ स्थापत्यकारों द्वारा श्रद्धापूर्वक सौंदर्यीकरण किया जाएगा। साथ ही, गुरुद्वारा साहिब में बाबा जीवन सिंह जी के जीवन वृत्त पर आधारित पुस्तकालय और उनके जीवन पर विद्वानों से शोध भी करवाया जाएगा। इसके अलावा, ऐतिहासिक नगर गग्गोमहल का भी समग्र विकास किया जाएगा। मंत्री ईटीओ ने कहा कि बाबा जीवन सिंह जी के जन्म स्थान की सेवा को वे केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक सौभाग्य मानते हैं। उन्हें मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान की सरकार द्वारा इस महान सेवा का अवसर मिला है।
उन्होंने बाबा जी की शूरवीरता को नमन करते हुए बताया कि बाबा जी के पूर्वज भाई कल्याण सिंह ने श्री गुरु नानक देव जी के चरणों में कस्बा कथूनंगल से सेवा शुरू की थी, जो 11 नवंबर 1675 को नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत के समय अपने पिता भाई सदानंद के शीश की कुर्बानी देकर, उसी रात गुरु जी का शीश उठाकर कठिन जंगलों से होते हुए 14 नवंबर 1675 को श्री आनंदपुर साहिब गुरु गोबिंद सिंह जी के पास पहुंचाया था।इस अवसर पर मौजूद प्रमुख हस्तियां खुशपाल सिंह धालीवाल, मार्केट कमेटी चेयरमैन बलदेव सिंह बब्बू चेतनपुरा, सरपंच जसवंत सिंह भलवतन (गग्गोमहल), नगर पंचायत प्रधान भट्टी जसपाल सिंह ढिल्लों, शहरी प्रधान अमित औल, एसडीओ मनजिंदर सिंह मतनंगल सहित अन्य प्रमुख गणमान्य।