
चंडीगड़, 26 जून(ब्यूरो) : ड्रग मनी मामले में गिरफ्तार शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को पंजाब विजिलेंस ने गुरुवार को मोहाली कोर्ट में पेश किया। जिसके बाद मोहाली की एक अदालत ने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को सात दिन की रिमांड पर भेज दिया है। विजिलेंस ने आज मजीठिया को अदालत में पेश कर रिमांड मांगा था। अदालत ने सात दिन की रिमांड मंजूर कर ली है। वहीं, मिली जानकारी के अनुसार मजीठिया को 2 जुलाई को कोर्ट में फिर से पेश किया जाएगा।
आपको बतादें, कि इससे पहले मजीठिया की अदालत में पेशी को देखते हुए जिला अदालत परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। बुधवार को हिरासत में लिए जाने के बाद उन्हें यहां फेज-8 स्थित विजिलेंस ब्यूरो के मुख्यालय में लाया गया। पूछताछ के बाद मजीठिया को मोहाली अदालत में पेश किया गया। मोहाली अदालत के दोनों गेटों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है।
पंजाब विजिलेंस विभाग ने बुधवार को शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें अमृतसर में उनके घर से पकड़ा गया। सुबह 6:30 बजे से 12:30 बजे तक, विजिलेंस की टीम ने मजीठिया के घर की तलाशी ली। इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और सबूत भी जुटाए गए। तलाशी के बाद विजिलेंस के एआईजी स्वर्णदीप सिंह के नेतृत्व में टीम मजीठिया को मोहाली ले गई। विजिलेंस टीम ने बताया कि मजीठिया की पत्नी गनीव कौर, जो मजीठा विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी हैं, और उनके स्टाफ ने पुलिस की जांच में किसी तरह का सहयोग नहीं किया।
बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने का मामला दर्ज किया गया है। विजिलेंस के प्रवक्ता के अनुसार, जांच के दौरान मजीठिया के ड्रग मनी और हवाला कारोबार से जुड़े होने के सबूत मिले हैं।
जांच में सामने आया है कि मजीठिया ने मंत्री बनने के बाद अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए करीब 540 करोड़ रुपये की संपत्ति बना ली। मंत्री बनने से पहले और बाद में उनके पास मौजूद संपत्ति में बड़ा अंतर देखा गया।