
जलंधर, 29 जुलाई (धर्मेंद्र सौंधी) : शहर में अवैध निर्माणों पर नगर निगम की दोहरी नीति एक बार फिर उजागर हो गई है। सेक्टर-17 में सामने आए एक मामले ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, हरदेव नगर में निगम ने हाल ही में चार दुकाने और एक दुकान को सील कर दिया था। वहीं, इसी क्षेत्र में शाहिद बाबू लाभ के पास एक ज्वेलर्स की ओर से तीन मंजिला अवैध शोरूम का निर्माण धड़ल्ले से जारी है। इसके बावजूद नगर निगम की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, इस अवैध निर्माण को लेकर नगर निगम ने न तो काम बंद करवाया है और न ही कोई आधिकारिक नोटिस जारी किया है। उल्टा, शिकायतकर्ता को एक फर्जी नोटिस दिखाकर शांत करने की कोशिश की गई। बताया जा रहा है कि इस नोटिस पर किसी भी निगम अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं थे, जिससे फर्जीवाड़े की बू साफ आती है।
शहरवासियों का कहना है कि यह फर्जी नोटिस का खेल नया नहीं है। पहले भी इसी तरह के मामलों में नगर निगम पर गंभीर सवाल खड़े हो चुके हैं।
स्थानीय लोगों ने उच्च अधिकारियों से मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि जालंधर में अवैध निर्माण और फर्जी नोटिस के इस खेल पर अंकुश लगाया जा सके।