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कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू की गांधी परिवार को खुली चुनौती, शीर्ष पर बैठे लोग चाहते हैं कमजोर CM

चंडीगढ़, 04 फरवरी (ब्यूरो) : कांग्रेस पार्टी में पंजाब के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर घमासान जारी है। पार्टी सूत्रों के कहना है कि इस लड़ाई में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू आमने-सामने हैं। इस बीच सिद्धू गांधी परिवार के खिलाफ खुली बगावत के मूड में दिख रहे हैं।

कमजोर मुख्यमंत्री चाहते हैं जो उनकी धुन पर नाच सके

उन्होंने शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी में ऊपर बैठे लोगों को कठपुतली सीएम चाहिए। पंजाब में अपने समर्थकों के नारेबाजी के बीच सिद्धू ने कहा अगर नया पंजाब बनाना है तो यह मुख्यमंत्री के हाथों में है। इस बार आपको मुख्यमंत्री चुनना है।

शीर्ष पर बैठे लोग एक कमजोर मुख्यमंत्री चाहते हैं जो उनकी धुन पर नाच सके। क्या आप ऐसा सीएम चाहते हैं। आपको बता दें कि चन्नी के सीएम बनाए जाने के बाद सिद्धू लगातार नाराज चल रहे हैं। कई मौकों पर उन्होंने अपने बागी तेवर दिखाए हैं। उन्होंने पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश तक की थी। हालांकि बाद में पार्टी ने उन्हें मना लिया।

सीएम कैंडिडेट की रेस में चन्नी के आगे


पंजाब में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अपना चेहरा घोषित करेगी। अपने पंजाब दौरे के दौरान राहुल गांधी ने यह बात कही थी। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी के सर्वे में चन्नी सबसे आगे चल रहे हैं।

कांग्रेस करा रही है सीएम कैंडिडेट के लिए सर्वे

राहुल गांधी के ऐलान के बाद कांग्रेस पार्टी पंजाब में सीएम कैंडिडेट के लिए सर्वे करा रही है। इस सर्वे में कांग्रेस ने प्रत्याशियों, कार्यकर्ताओं, सांसदों और विधायकों से राय जानने की कोशिश की है। मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर दो ही नामों पर तेजी से चर्चा चल रही थी। सूत्रों का कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू को इस मामले में वरीयता नहीं दी जाएगी।

चन्नी-सिद्धू दोनों ने की थी मांग

आपको बता दें कि पंजाब में सीएम कैंडिडेट की घोषणा की मांग चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू, दोनों ने की थी। कांग्रेस के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया, पार्टी इतने सारे प्रयास इसीलिए कर रही है ताकि जो भी फैसला लिया जाए वह पारदर्शी हो।

जो भी इस सर्वे में पिछड़ जाए वह दूसरे पर कीचड़ न उछाल सके। राहुल गांधी के सामने चन्नी और सिद्धू दोनों ने ही स्वीकार किया था कि वे सर्वे के नतीजों को मानेंगे। आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित करने के लिए सर्वे का ही सहारा लिया था। हालांकि उस वक्त कांग्रेस ने इस कदम की आलोचना की थी।

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