
अमृतसर, 30 जून (साहिल गुप्ता) : पंजाब में जेलों की व्यवस्था सुधारने को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान की सख्ती अब जमीन पर दिखने लगी है। हाल ही में जेल विभाग के 26 अधिकारियों के निलंबन के बाद अब अमृतसर की फताहपुर सेंट्रल जेल में बड़ी कार्रवाई की गई है। छापेमारी के दौरान जेल परिसर से 11 मोबाइल फोन, 5 सिम कार्ड और अन्य प्रतिबंधित सामान बरामद हुआ है। यह कार्रवाई प्रिजन एक्ट की धारा 42 और 52-A के तहत की गई। मामले में जेल सुपरिंटेंडेंट प्रभदयाल सिंह की रिपोर्ट पर थाना मजीठा रोड में एफआईआर नंबर 192 दर्ज की गई है, जिसकी तारीख 28 जून 2025 है
9 हवालातियों के खिलाफ कार्रवाई की है
जगरूप सिंह – निवासी कलैर, थाना कंबो (वर्तमान पता दशमेश नगर, अमृतसर)
सुखचैन सिंह – निवासी खपेड़ खुड़ी, थाना घनिया, अमृतसर
पलविंदर सिंह – निवासी घिरियाली, तहसील पट्टी, तरनतारन
जसबंत सिंह – निवासी चट्टीविंड लहल, थाना मत्तेवाला, अमृतसर
प्रदीप सिंह – निवासी प्रकाश विहार, 88 फुट रोड, अमृतसर
सुरिंदरपाल सिंह – निवासी भगवां, थाना जंडियाला, अमृतसर
विरेंद्र सिंह – निवासी ढोल कलां, थाना कंबो, अमृतसर
कुलजीत सिंह – निवासी कृपाल कॉलोनी, तुंग बाला, थाना सदर, अमृतसर
आकर्षदीप सिंह – निवासी माहेकर पट्टी कॉलोनी, थाना कोट खालसा, अमृतसर
अमृतसर जेल के दो अधिकारियों पर भी कार्रवाई
पंजाब के जेल मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बीते दिन ही जानकारी देते हुए बताया था कि इन 26 अधिकारियों और कर्मचारियों को ड्यूटी में लापरवाही के चलते पंजाब सिविल सेवा (सजा और अपील) नियमावली, 1970 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। इनमें अमृतसर जेल में तैनात दो अधिकारी बिक्रमजीत सिंह और विजय पाल सिंह भी शामिल हैं।
मंत्री ने बताया कि निलंबित किए गए अधिकारियों और कर्मचारियों में इकबाल सिंह बराड़ (सुपरिटेंडेंट, जिला जेल मानसा), मनिंदर पाल चीमा (डिप्टी सुपरिटेंडेंट, सेंट्रल जेल लुधियाना), अनिल भंडारी (डिप्टी सुपरिटेंडेंट, बोरस्टल जेल लुधियाना), संदीप बराड़ (डिप्टी सुपरिटेंडेंट, सेंट्रल जेल लुधियाना), बिक्रमजीत सिंह और विजय पाल सिंह (अमृतसर),
यादविंदर सिंह (ए.एस.जे., सेंट्रल जेल फिरोजपुर), इस के अलावा वार्डर हरभुपिंदर सिंह और सिकंदर सिंह (गोइंदवाल साहिब), जतिंदर सिंह, रवि, दीपक राय, किरणजीत सिंह, पृथीपाल सिंह और सतनाम सिंह (कपूरथला), सतनाम सिंह और मनदीप सिंह (होशियारपुर), मनिंदर पाल सिंह (लुधियाना), अनु मलिक, रणधीर सिंह, अरविंद देव सिंह, बलवीर सिंह और सुखप्रीत सिंह (मानसा), सतनाम सिंह (नाभा), गगनदीप सिंह (बठिंडा) और अनमोल वर्मा (पठानकोट) शामिल हैं।
मुख्यमंत्री की चेतावनी के बाद दिखी सख्ती
बता दें कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जेल विभाग में लापरवाही बरतने पर 26 अधिकारियों को निलंबित कर दिया था। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि “जेल को मोबाइल और नशे का केंद्र नहीं बनने दिया जाएगा।” उसी दिशा में यह छापेमारी की गई, जिससे यह स्पष्ट है कि सरकार अब जेल सुधारों को लेकर कड़े कदम उठाने के मूड में है।