
दिल्ली 10 जून (ब्यूरो) : दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को मंगलवार को पुलिस ने हिरासत में लिया, जब वह कालकाजी के भूमिहीन कैंप में होने वाले विध्वंस अभियान के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हो रही थीं। हाल ही में दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने इस कैंप को खाली करने के लिए नोटिस जारी किए थे।
बेदखली नोटिस में स्थानीय लोगों को “अतिक्रमणकारी” करार दिया गया था और उन्हें तीन दिनों के भीतर क्षेत्र खाली करने या कार्रवाई का सामना करने का निर्देश दिया गया था। कई प्रवासी श्रमिकों के घर वाले इस कैंप में पहले ही तीन बार विध्वंस अभियान चलाया जा चुका है – एक बार जुलाई 2023 में और फिर इस साल मई और जून में।
आम आदमी पार्टी ने इस कदम की आलोचना करते हुए आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार एक और विध्वंस की तैयारी कर रही है। आतिशी ने एक्स पर पोस्ट किया, “कल भाजपा भूमिहीन कैंप पर बुलडोजर चलाने जा रही है। आज, झुग्गी-झोपड़ी के निवासी विरोध करने की योजना बना रहे थे, इसलिए भाजपा सरकार ने हजारों पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों को तैनात किया।” पोस्ट में सीएम रेखा गुप्ता से भी सवाल किया गया, “रेखा गुप्ता जी: आपने कहा था कि कोई झुग्गी नहीं तोड़ी जाएगी, है न? फिर इतनी बड़ी संख्या में पुलिस और सीआरपीएफ बल क्यों तैनात हैं?” गुप्ता ने 8 जून को कहा था कि अधिकारी अदालतों द्वारा जारी किए गए विध्वंस आदेशों के खिलाफ नहीं जा सकते हैं और जोर देकर कहा कि विस्थापित निवासियों को आवास प्रदान किया गया है।